तीज का त्योहार कब और कैसे मनाया जाता है
सावन का महीना खुशियां लाने वाला महीना होता है यह महीना एक अलग सी खुशी और उत्साह लेकर आता है। इस महीने में हमें चारो तरफ हरियाली दिखाई देती है। इस सुंदर और मस्ती भरे महीने में आता है तीज का त्योहार, सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को श्रावणी तीज का त्यौहार कहा जाता है। आमतौर पर यह त्योहार हरियाली तीज के त्योहार से जाना जाता है।
यह त्योहार मेहलाओं के लिए खास दिन होता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए तीज का व्रत रखती हैं वह नए नए कपड़े पहनती हैं। हाथों में हरे रंग की चूड़ियां भी डालती हैं। पूरा साज शिंगार करती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन हुआ था। माना जाता है कि अपनी इच्छा के मुताबिक वर पाने के लिए कुंवारी लड़कियां यह व्रत रखती हैं। और माता पार्वती की पूजा करती हैं शिवजी ने इस दिन यह वरदान दिया था कि जो कुंवारी लड़की इस दिन व्रत रखे गी उसकी हर मनोकामना पूरी होगी,और उस की शादी में कोई भी परेशानी नहीं आएगी।
यह त्योहार मेहलाओं के लिए खास दिन होता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए तीज का व्रत रखती हैं वह नए नए कपड़े पहनती हैं। हाथों में हरे रंग की चूड़ियां भी डालती हैं। पूरा साज शिंगार करती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन हुआ था। माना जाता है कि अपनी इच्छा के मुताबिक वर पाने के लिए कुंवारी लड़कियां यह व्रत रखती हैं। और माता पार्वती की पूजा करती हैं शिवजी ने इस दिन यह वरदान दिया था कि जो कुंवारी लड़की इस दिन व्रत रखे गी उसकी हर मनोकामना पूरी होगी,और उस की शादी में कोई भी परेशानी नहीं आएगी।
इस दिन माता पार्वती और शिवजी की पूरी विधि के साथ पूजा अर्चना की जाती है इस व्रत वाले दिन शाम को कहानी भी सुनी जाती है यह व्रत करवचोथ से भी कठिन माना जाता है ना तो इस दिन औरतें जल का सेवन करती हैं और ना ही भोजन का, अगली सुबह पूजा करने के बाद ही भोजन करती हैं। तीज का व्रत रखने से पहले ही औरतें स्नान करने के बाद अच्छी तरह से तैयार हो जाती हैं
उस के बाद पूजा होती है फिर तीज की कथा सुनाई जाती है।
उस के बाद औरतें अपने पतियों की लंबी आयु की कामना करती हैं। फिर नाच गाना होता है इस दिन सभी औरतें अपनी अपनी सहेलियों के साथ मिल कर झूला झूलती है गाने गाती हैं और एक दूसरी के साथ मिलकर डांस भी करती हैं। मेहलाए रंग बिरंगे वस्त्र पहन कर झुमती हुई दिखाई देती हैं। चारों तरफ रौनक ही रौनक नजर आती है।
कुछ महलाओ को तीज के दिन उनके मायके से भी श्रृंगार का सामान भेजा जाता है जिसमें चूड़ियां, मेंहदी बिंदी, सिंदूर,पसंद के हिसाब से कपड़े और मिठाइयां भेजी जाती हैं। इस दिन महलाएं अपने ससुराल में बड़े उत्साहपूर्वक यह त्योहार मनाती है यह त्योहार चारों तरफ हरियाली तो बिखेरता ही है साथ ही साथ घरो का महोल भी सुंदर बनाता है। इस तरह आप भी तीज का त्यौहार खुशी और धूमधाम के साथ मनाएं और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को शुभकामनाएं दें
Nice article
ReplyDeleteThanks
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